Sunday, February 3, 2013

ये ६ चश्मे क्या आपके पास है?


































नमस्ते भाइयों और बहनों...
मेरे पास ६ प्रकार के चश्मे हैं जिनसे अलग प्रकार की दृष्टियों के दर्शन होते हैं मैंने ३ का प्रयोग किया है बाकि ३ के बारे में मात्र अच्छी सूचना प्राप्त है...
तो हम बताते हैं....
पहले चश्मे से जिस दृष्टि का दर्शन होता है उसे कहा - प्रिय दृष्टि 
इस चश्मे को पहनने से हम ५ इन्द्रियों (शब्द, स्पर्श, रूप, रस, गंध ) द्वारा प्राप्त संवेदनाओं से सुखी होने का प्रयास करते हैं. कहीं भी गुलाबजामुन या रसगुल्ले का दर्शन होता है तो स्वयं पर नियंत्रण नहीं रख पाते.

दूसरे चश्मे से जिस दृष्टि का दर्शन होता है उसे कहा- हित दृष्टि
इस चश्मे को जब पहना जाता है इसमें पहली दृष्टि भी समाई रहती है पर शरीर के स्वास्थ,सुविधा का भी ध्यान रहता है.

तीसरे प्रकार के चश्मे से जिस दृष्टि का दर्शन होता है उसे कहा - लाभ दृष्टि
इसे धारण करने से तो सिर्फ रुपया पैसा ही दिखाई देता है इसके चक्कर में तो प्रिय और हित दृष्टि दोनों गायब हो जाते हैं.

चौथे चश्मे से दिखाई देने वाली दृष्टि है- न्याय दृष्टि (इसके बारे में मात्र सूचना प्राप्त है और यह सूचना सही है ऐसा आभास होता है)
तो इसे धारण करने पर आप संबंधों में न्याय कर पाते हैं. हम भी सुखी और सामने वाला सम्बन्धी भी सुखी. :)
सम्बन्ध कितने प्रकार के हैं यह तो आपको पता ही होगा.फिर भी जो सूचना मुझे मिली है उसे आपके सामने रख देती हूँ, जाँच लीजिए...
१) पति-पत्नी
२) माता-पिता,पुत्र-पुत्री
३)भाई-बहन
यह ३ सम्बन्ध परिवार स्तर पर...
४) मित्र-मित्र
५)गुरु-शिष्य
६)साथी-सहयोगी
७)व्यवस्था
और बाकि ४ सम्बन्ध समाज स्तर पर...

और पांचवे चश्मे को धारण करने पर जिस दृष्टि के दर्शन होते हैं उसका नाम है - धर्म दृष्टि
इस चश्मे को धारण करते ही "क्यों", "कैसे" का उत्तर मिल जाता है, मानव और प्रकृति को बेहतर समझकर जी पाते हैं...मानव धर्म हमें अच्छे से समझ आता है.

और छठवें चश्मे की तो बात ही निराली है इस चश्मे से पूरा अस्तित्व ही समझ आ जाता है इस चश्मे से जिस दृष्टि का दर्शन होता है वह है-
सत्य दृष्टि....


तो मैंने ३ का प्रयोग कर लिया है पर निरंतर सुख की प्राप्ति नहीं हुई इसलिए हम बाकि बचे चश्में से दृष्टियों को देखना चाहते हैं पर एक महत्वपूर्ण बात यह है कि जब तक आप चौथे दृष्टि को समझ नहीं पायेंगें पांचवें और छठे दृष्टियों का दर्शन नामुमकिन है...बहुत मेहनत है इसमें पर यही तो सच्ची मेहनत है 
देखिये तो शायद आप लोगों के पास भी ये चश्मे होंगें पर हो सकता है आपका ध्यान नहीं, जैसे ही मिले मुझे सूचित जरूर कीजियेगा. 
आप सबकी बहन 
रोशनी 

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